tag:blogger.com,1999:blog-8189373796808100228.post383359687066458640..comments2023-11-03T08:55:39.369-07:00Comments on डॉ. चन्द्रकुमार जैन: कभी रोशनी नहीं मिली !Dr. Chandra Kumar Jainhttp://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8189373796808100228.post-47864963656466375272008-04-13T23:24:00.000-07:002008-04-13T23:24:00.000-07:00सटीक है पर वडनेरकर जी की बात से सौ फीसदी सहमत!सटीक है पर वडनेरकर जी की बात से सौ फीसदी सहमत!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8189373796808100228.post-14903508766923258532008-04-13T21:40:00.000-07:002008-04-13T21:40:00.000-07:00लेकिन होरी की कुटिया को कभी रोशनी नहीं मिलीजान रहा...लेकिन होरी की कुटिया को कभी रोशनी नहीं मिली<BR/><BR/>जान रहा है वो सच्चाई और दुनिया की गहराई<BR/><BR/>सटीक !!mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8189373796808100228.post-23435695234947657042008-04-13T17:05:00.000-07:002008-04-13T17:05:00.000-07:00अच्छी कविता ।खोटे सिक्के की दुनिया में खरी -खरी कब...अच्छी कविता ।<BR/><BR/>खोटे सिक्के की दुनिया में खरी -खरी कब कहाँ चली <BR/><BR/>चली है साहब ....खरी खरी की ही चली है तभी आप और हम खरी खरी कह पा रहे हैं। ..आशा पर आकाश थमा है....अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.com