बहुत खूब डाक्टसाब...
सुभाषित !
Sir is kavita ki koi detail bata sakte ho kya?Auther's name Poem ka name etcya puri kavita.....I need it
स्वर्ण की जंजीर बांधे श्वान फिर भी श्वान है । धूल से धूषित करि(गजराज) भी पाता सदा सम्मान है। ये है असली पंक्तियाँ
स्वर्ण की जंजीर बाँधे श्वान फिर भी श्वान है। ये मूल कविता आप को पूरी मालूम हो तो मुझे भेज दीजिए आपका उपकार होगा।
Ye puri kawita aur iske lekhak ke nam ke sath mio jay to apka upkar hoga🙏
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6 comments:
बहुत खूब डाक्टसाब...
सुभाषित !
Sir is kavita ki koi detail bata sakte ho kya?
Auther's name
Poem ka name etc
ya puri kavita.....
I need it
स्वर्ण की जंजीर बांधे श्वान फिर भी श्वान है ।
धूल से धूषित करि(गजराज) भी पाता सदा सम्मान है।
ये है असली पंक्तियाँ
स्वर्ण की जंजीर बाँधे श्वान फिर भी श्वान है। ये मूल कविता आप को पूरी मालूम हो तो मुझे भेज दीजिए आपका उपकार होगा।
Ye puri kawita aur iske lekhak ke nam ke sath mio jay to apka upkar hoga🙏
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