अद्भुत!!
bahut hi sateek aur adhbhut
देखना ही यदि चाहते तो शायद देखने लायक निशान पीठ या मन पर अंकित न होते। यहाँ तो ऐसे अंधे हैं जो केवल अपने मन का देखते, सुनते, महसूस करते हैं।आज के वातावरण में ऐसी कविताओं की बहुत आवश्यकता है। एक भी सोया जाग जाए तो भी बहुत होगा।घुघूती बासूती
behad adbhut.......
आभार !!
बहुत ही सुंदर.धन्यवाद
सूत्र कविता। प्रभावी व सहज।
वाह..आभार डाक्टसाब...
छोटी किन्तु गम्भीर रचना। कहते हैं कि-इतिहास निकलता है मेरी ही कलम से।कागज की कमी होगी तो चेहरे पे लिख देंगे।।सादर श्यामल सुमन09955373288मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।www.manoramsuman.blogspot.comshyamalsuman@gmail.com
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9 comments:
अद्भुत!!
bahut hi sateek aur adhbhut
देखना ही यदि चाहते तो शायद देखने लायक निशान पीठ या मन पर अंकित न होते। यहाँ तो ऐसे अंधे हैं जो केवल अपने मन का देखते, सुनते, महसूस करते हैं।
आज के वातावरण में ऐसी कविताओं की बहुत आवश्यकता है। एक भी सोया जाग जाए तो भी बहुत होगा।
घुघूती बासूती
behad adbhut.......
आभार !!
बहुत ही सुंदर.
धन्यवाद
सूत्र कविता। प्रभावी व सहज।
वाह..
आभार डाक्टसाब...
छोटी किन्तु गम्भीर रचना। कहते हैं कि-
इतिहास निकलता है मेरी ही कलम से।
कागज की कमी होगी तो चेहरे पे लिख देंगे।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
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