घास को देखो
बार-बार उग आते हैं
नाखून बार-बार बढ़ जाते हैं
वैसे ही बाल भी
कितनी जिद है इनमें
उम्र से ज्यादा जीने की
इच्छा
बने रहने की....!
==========================
भास्कर चौधरी की रचना साभार.
Wednesday, June 23, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
3 comments:
Sachmuch....
... bahut sundar !!!
Post a Comment