Saturday, March 29, 2008

रोने की बातें मत करना !

जब तक रात न ढल जाए सोने की बातें मत करना
फूल हँसी के खिलने तक रोने की बातें मत करना
माना बात रहेगी सब कुछ खो जाने के बाद मगर
धीरज मंजिल मिलने तक खोने की बातें मत करना

3 comments:

अमिताभ मीत said...

बहुत बढ़िया है सर.

राज भाटिय़ा said...

धीरज मंजिल मिलने तक खोने की बातें मत करना
बहुत ही सुन्दर ,हर लाइन अपने आप मे एक अलग मायेने रखती हे, बहुत धन्यवाद

Udan Tashtari said...

बेहतरीन!!!