कि जिनके उपवन का हर फूल खिला
धन्य मृत्यु वह जिसको
स्मृतियों का अनुपम हार मिला
कर्मवीर के आगे पथ का
हर पत्थर साधक बनता है
धन्य-धन्य वह मनुज
जिसे सत्कर्मों का उपहार मिला
====================
धन्य तो आप कर रहे हैं हमें...रोज जीवन जीने के अमूल्य सूत्र बता कर...क्या कहें...बहुत ही सुंदर रचना.नीरज
सहमत हूँ नीरजजी से ... !
....और मैं आप सब से बहुत कुछ चुपचाप सीखता जा रहा हूँ.==========================धन्यवाद आपका.चन्द्रकुमार
जीवन के लिए आपके यह लफ्ज़ बहुत अच्छे लगे ..
आप की रचना-माल में सब मणियाँ हैं।
रंजना जी आपका शुक्रिया.आदरणीय द्विवेदी जीआपकी टिप्पणी अमूल्य है.इसे मैं आपके स्नेह के रूप मेंसहेज कर रखता हूँ. धन्यवाद.=======================चन्द्रकुमार
जीवन उनका धन्यकि जिनके उपवन का हर फूल खिलाबहुत ही अच्छी बात कही हे आप ने , ओर हर किसी की किस्मत मे यह नही होता,धन्यवाद
Dr saheb, gagar men saagar bhar diya aapne. ek utkrist rachana.
राज साहब और श्रीकान्त जी,आपका आना बहुत प्रियकर हैआभार आपका.============चन्द्रकुमार
Post a Comment
9 comments:
धन्य तो आप कर रहे हैं हमें...रोज जीवन जीने के अमूल्य सूत्र बता कर...क्या कहें...बहुत ही सुंदर रचना.
नीरज
सहमत हूँ नीरजजी से ... !
....और मैं आप सब से
बहुत कुछ चुपचाप सीखता जा रहा हूँ.
==========================
धन्यवाद आपका.
चन्द्रकुमार
जीवन के लिए आपके यह लफ्ज़ बहुत अच्छे लगे ..
आप की रचना-माल में सब मणियाँ हैं।
रंजना जी आपका शुक्रिया.
आदरणीय द्विवेदी जी
आपकी टिप्पणी अमूल्य है.
इसे मैं आपके स्नेह के रूप में
सहेज कर रखता हूँ. धन्यवाद.
=======================
चन्द्रकुमार
जीवन उनका धन्य
कि जिनके उपवन का हर फूल खिला
बहुत ही अच्छी बात कही हे आप ने , ओर हर किसी की किस्मत मे यह नही होता,
धन्यवाद
Dr saheb, gagar men saagar bhar diya aapne. ek utkrist rachana.
राज साहब और श्रीकान्त जी,
आपका आना बहुत प्रियकर है
आभार आपका.
============
चन्द्रकुमार
Post a Comment