Sunday, October 7, 2012

कहाँ है राष्ट्रपिता की रौशनी की एक मात्र किरण ?

डॉ.चन्द्रकुमार जैन   
 
गांधी जी ने सात सामाजिक बुराइयों की तरफ ध्यान आकर्षित करवाया.
आज  हमारा देश जिस दौर से गुजर रहा है
उसमें इन बुराइयों की स्थिति क्या है,
आप खुद महसूस कीजिए -
 
गांधी जी द्वारा बताई गईं ये सात बुराइयाँ हैं -
  • सिद्धांतों के बिना राजनीति
  • परिश्रम के बिना संपत्ति
  • आत्‍म चेतना की बिना आनंद
  • चरित्र के बिना ज्ञान
  • नैतिकता के बिना व्‍यापार
  • मानवता के बिना विज्ञान
  • बलिदान के बिना पूजा
बहरहाल कुछ और कहने के बदले आइये देखें राष्ट्र पिता को इस दुनिया ने किस नज़र से देखा और फिर अपने भीतर पल भर के लिए ही सही, झांककर देखने की कोशिश करें कि हमने उनके सिंहासन को किस मकाम तक पहुंचा दिया है !

गांधी पर किसने क्या कहा ?
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महात्‍मा के शब्‍द को संस्‍कृत शब्‍दों से बनाया गया है, महा का अर्थ है बड़ा और आत्‍म का अर्थ है आत्‍मा। रविन्‍द्र नाथ टैगोर ने गांधी जी को महात्‍मा की उपाधि दी थी। उन्‍होंने महत्‍वपूर्ण नेताओं और राजनैतिक आंदोलनों को प्रभावित किया।
"महात्‍मा गांधी आए और भारत के लाखों वंचित परिवारों के साथ खड़े हो गए": रविन्‍द्र नाथ टैगोर

"रोशनी की एक मात्र किरण - वे इन अंधेरे दिनों में हमारी सहायता के लिए प्रकाश की एक मात्र किरण थे,": खान अब्‍दुल गफार खान

"लोगों के एक ऐसे नेता जो केवल बाह्य प्राधिकरण से असमर्थित रहे, एक ऐसे राजनेता जिनकी सफलता न तो शिल्‍पकला और न ही तकनीकी युक्तियों के महारत पर टिकी थी, बल्कि उनके व्‍यक्तित्‍व की अद्भुत शक्ति, एक विजयी संघर्षकर्ता, जो हमेशा बल के उपयोग से बचते रहे, बौद्धिकता और करुण के भंडार, लचीले और सुनम्‍य व्‍यवहार से सज्जित, जिन्‍होंने अपनी पूरी ताकत अपने लोगों के उत्‍थान और बेहतरी में लगा दी, एक ऐसे व्‍यक्ति जिन्‍होंने सरल मानव की प्रतिष्‍ठा के साथ यूरोप की क्रूरता का सामना किया और इस प्रकार एक अनश्वर विजेता बन गए।"
आने वाली पीढि़यां इस बात पर शायद ही यकीन करेंगी कि हाड़ मांस का बना हुआ कोई ऐसा व्‍यक्ति किसी समय इस पृथ्‍वी पर आया था": एल्‍बर्ट आइंस्‍टाइन

"अन्‍य अधिकांश लोगों के समान मैंने भी गांधी को सुना है, परन्‍तु मैंने कभी गंभीरतापूर्वक उनका अध्‍ययन नहीं किया। जब मैंने उन्‍हें पढ़ा तो मैं अहिंसा के प्रतिरोध पर आधारित उनके अभियानों को देखकर चकित रह गया... सत्‍याग्रह की संपूर्ण संकल्‍पना मेरे लिए अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण थी।": डॉ. मार्टेन लूथर किंग, जूनियर

"मैं और अन्‍य क्रांतिकारी महत्‍मा गांधी के प्रत्‍यक्ष या अप्रत्‍यक्ष शिष्‍य हैं, न इससे कम न इससे अधिक": हो चि मिन्‍ह

"वे सही थे, उन्‍हें पता था कि वे सही हैं, हम सभी को पता है कि वे सही थे। एक ऐसा मनुष्‍य जिसने उन्‍हें मारा डाला, उसे भी पता था कि वे सही हैं। हिंसा की विचारधारा कितनी भी लंबी चले परन्‍तु उन्‍होंने सिद्ध किया है कि गांधी जी सही थे 'उसे समाप्‍त करो' उन्‍होंने कहा 'किन्‍तु हिंसा के बिना' दुनिया हिंसा से पीडि़त है। भारत अपने गांधी ......": पर्ल एस. बुक

"गांधी जी के प्रभाव? आप हिमालय के कुछ प्रभावों के बारे में पूछ सकते हैं": बर्नार्ड शॉ

"महात्‍मा गांधी को इतिहास में महात्‍मा बुद्ध और ईसा मसीह का दर्जा प्राप्‍त होगा": अर्ल माउंटबेटन

बस इतना ही.... और क्या कहें आप ही बताइये ?

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