Tuesday, June 3, 2008

चेहरों का हाल.....!


मुझसे वैसे चेहरों का हाल मत पूछो
आदमी की है दुरंगी चाल मत पूछो

बेचकर ईमान जो हैं जीतते अक़्सर
झूठ है मज़बूत उनकी ढाल मत पूछो

आईना पढ़ लेता जो चेहरा तो बात थी
है मुझे किस बात का मलाल मत पूछो

वक्त आने पर दूंगा सौ सवालों के ज़वाब
पर कभी बेवक्त तुम सवाल मत पूछो

हादसे में जो मरा वो आदमी था और क्या
हादसे पर क्यों हुआ बवाल मत पूछो

11 comments:

Shiv said...

बहुत खूब..एक-एक शेर बहुत कुछ कहता है. वाह!

mamta said...

अच्छे और तल्ख़ शेर।

डॉ .अनुराग said...

आईना पढ़ लेता जो चेहरा तो बात थी
है मुझे किस बात का मलाल मत पूछो

वक्त आने पर दूंगा सौ सवालों के ज़वाब
पर कभी बेवक्त तुम सवाल मत पूछो
vah sahab bahut badhiya sher kahe aapne.....

बालकिशन said...

"बेचकर ईमान जो हैं जीतते अक़्सर
झूठ है मज़बूत उनकी ढाल मत पूछो"

हमेशा की तरह बहुत ही शानदार रचना पेश की आपने.
बधाई.

Unknown said...

आईना पढ़ लेता जो चेहरा तो बात थी
है मुझे किस बात का मलाल मत पूछो

Unknown said...

टिप्पणी पूरी होने से पहले ही प्रकाशित हो गई...


सभी बेहतरीन...मेरी पसंद ऊपर वाली

Udan Tashtari said...

हादसे में जो मरा वो आदमी था और क्या
हादसे पर क्यों हुआ बवाल मत पूछो


--सभी शेर उम्दा हैं.

Dr. Chandra Kumar Jain said...

आप सबका आभार....
आपकी दस्तक
बेहतर रचने की प्रेरणा बन जाती है.
==========================
डा.चंद्रकुमार जैन

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

बेहतरीन शेर हैँ -
लिखते रहेँ ...
- लावण्या

राजीव रंजन प्रसाद said...

वक्त आने पर दूंगा सौ सवालों के ज़वाब
पर कभी बेवक्त तुम सवाल मत पूछो

हादसे में जो मरा वो आदमी था और क्या
हादसे पर क्यों हुआ बवाल मत पूछो

बेहतरीन गज़ल..

***राजीव रंजन प्रसाद

Dr. Chandra Kumar Jain said...

लावण्या बहन और राजीव जी
आपका भी बहुत-बहुत आभार.
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चंद्रकुमार