मित्रों ! आम बातें हैं
न डरना ग़म से इतना
ग़म बड़े ही काम आते हैं
वक़्त के दरिया में जब
तूफां उठे बरबस
तो ग़म के अश्क भी
कश्ती को मित्रों थाम लाते हैं !
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bahut gahre bhav.......ati sundar
बहुत सुंदर
आपकी रचनाधर्मिता का कायल हूँ. कभी हमारे सामूहिक प्रयास 'युवा' को भी देखें और अपनी प्रतिक्रिया देकर हमें प्रोत्साहित करें !!
जैन साहेब...कमाल करते हैं आप...चंद शब्दों में कितनी गहरी बात करते हैं आप..आप की इस शैली का में दीवाना हूँ...वाह जी वाह...नीरज
बेहतरीन भाई, लाजबाब!!
सही है भाई. क्या बात है.
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6 comments:
bahut gahre bhav.......ati sundar
बहुत सुंदर
आपकी रचनाधर्मिता का कायल हूँ. कभी हमारे सामूहिक प्रयास 'युवा' को भी देखें और अपनी प्रतिक्रिया देकर हमें प्रोत्साहित करें !!
जैन साहेब...कमाल करते हैं आप...चंद शब्दों में कितनी गहरी बात करते हैं आप..आप की इस शैली का में दीवाना हूँ...वाह जी वाह...
नीरज
बेहतरीन भाई, लाजबाब!!
सही है भाई. क्या बात है.
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