सही कहा आपने मगर इंसान का हकतब अदा होता है मित्रोंरुदन में भी हँसीन हो पराई ज़िंदगी में बहुत सुंदर
मगर इंसान का हकतब अदा होता है मित्रोंरुदन में भी हँसीन हो पराई ज़िंदगी में bahut khoob.....
क्या बात है जैन साहेब....आप की रचनाएँ पढ़ली जिसने उसे और कोई ग्रन्थ आदि पढने की जरूरत नहीं है...पूरे जीवन जीने के गुर सिखाती हैं ये.नीरज
सच कहा रूदन में भी हँसी न हो पराई जिंदगी मेबहुत खूब
बहुत खूब...आपकी रचनायें जीवन जीने का तरीका बताती हैं.
बहुत सुंदर!
is blog par aaj aapki kayi kavitayein padhin. achcha likhte hain aap.
बहुत ख़ूब. न जाने क्यों ये याद आ गया :स्वागत के ही साथ विदा की होती देखी तैयारी बंद लगी होने खुलते ही ..... मेरी मधुमय मधुशाला ...
आभार आप सब का.=================डा. चन्द्रकुमार जैन
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9 comments:
सही कहा आपने
मगर इंसान का हक
तब अदा होता है मित्रों
रुदन में भी हँसी
न हो पराई ज़िंदगी में
बहुत सुंदर
मगर इंसान का हक
तब अदा होता है मित्रों
रुदन में भी हँसी
न हो पराई ज़िंदगी में
bahut khoob.....
क्या बात है जैन साहेब....आप की रचनाएँ पढ़ली जिसने उसे और कोई ग्रन्थ आदि पढने की जरूरत नहीं है...पूरे जीवन जीने के गुर सिखाती हैं ये.
नीरज
सच कहा
रूदन में भी हँसी
न हो पराई जिंदगी मे
बहुत खूब
बहुत खूब...आपकी रचनायें जीवन जीने का तरीका बताती हैं.
बहुत सुंदर!
is blog par aaj aapki kayi kavitayein padhin. achcha likhte hain aap.
बहुत ख़ूब. न जाने क्यों ये याद आ गया :
स्वागत के ही साथ विदा की होती देखी तैयारी
बंद लगी होने खुलते ही ..... मेरी मधुमय मधुशाला ...
आभार आप सब का.
=================
डा. चन्द्रकुमार जैन
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