bahut badhiya..aapki rachnaayen hamesha prerak hoti hain.
बहुत ही उम्दा। जोश भरती हुई।
इंसान आैर इंसानियत को बहुत सहजता से समझाया है आपन। साधुवाद।
पल्लवी जीसुशील जीजोशी जीआभार आप सब का.==================डॉ.चन्द्रकुमार जैन
परिभाषा अच्छी लगी और आपका अंदाज भी.
आगे बढ अपना रास्ता खुद बनाने की प्रेरणा देती आपकी कविता अच्छी लगी
राह पर तो पाँव चलते हैं सभी जो बना ले राह वह इंसान है=============वाह! क्या खूब कहा है आपने? बधाई स्वीकारें।
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7 comments:
bahut badhiya..aapki rachnaayen hamesha prerak hoti hain.
बहुत ही उम्दा। जोश भरती हुई।
इंसान आैर इंसानियत को बहुत सहजता से समझाया है आपन। साधुवाद।
पल्लवी जी
सुशील जी
जोशी जी
आभार आप सब का.
==================
डॉ.चन्द्रकुमार जैन
परिभाषा अच्छी लगी और आपका अंदाज भी.
आगे बढ अपना रास्ता खुद बनाने की प्रेरणा देती आपकी कविता अच्छी लगी
राह पर तो पाँव
चलते हैं सभी
जो बना ले राह
वह इंसान है=============
वाह! क्या खूब कहा है आपने? बधाई स्वीकारें।
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