वाह ! बहुत सुन्दर व सटीक लिखा है ।घुघूती बासूती
bahut sahi likha hai.sundar rachan. yahi hai Jeevan!
सार्थक!
bahut sundar
जीवन विद्युत-धारा हैएक तार से बोलो कैसेहो सकता उजियारा है !अद्भुत भाव....जय हो जैन साहेब आपकी....क्या लेखन है...वाह...नीरज
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5 comments:
वाह ! बहुत सुन्दर व सटीक लिखा है ।
घुघूती बासूती
bahut sahi likha hai.
sundar rachan.
yahi hai Jeevan!
सार्थक!
bahut sundar
जीवन विद्युत-धारा है
एक तार से बोलो कैसे
हो सकता उजियारा है !
अद्भुत भाव....जय हो जैन साहेब आपकी....क्या लेखन है...वाह...
नीरज
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