जीने वाले बहुत मिलेंगे
अपनी ही धुन का रस हर पल
पीने वाले बहुत मिलेंगे
लेकिल बिरले लोग यहाँ हैं
जो साखी बनकर जीते हैं
वरना सँकरी सोच के चौड़े
सीने वाले बहुत मिलेंगे
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लेकिल बिरले लोग यहाँ हैंजो साखी बनकर जीते हैंवरना सँकरी सोच के चौड़ेसीने वाले बहुत मिलेंगेbahot khub sahab,bahot hi umda bat kahi aapne ,,, wah dero badhai swikar kare,,,regardsarsh
सही कह रहे है डाक्साब्।
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3 comments:
लेकिल बिरले लोग यहाँ हैं
जो साखी बनकर जीते हैं
वरना सँकरी सोच के चौड़े
सीने वाले बहुत मिलेंगे
bahot khub sahab,bahot hi umda bat kahi aapne ,,, wah dero badhai swikar kare,,,
regards
arsh
सही कह रहे है डाक्साब्।
सही कह रहे है डाक्साब्।
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