कभी हँसना, कभी रोनाये तो बस आम बातें हैंन डरना ग़म से तुमये गम बड़े ही काम आते हैंकभी जब वक्त का दरियालगे तूफ़ान से लड़नेतो गम के अश्क हीकश्ती को यारों थाम लाते हैं.
ये गम बड़े ही कम काम आते हैं --बहुत बढ़िया रचना है.
gum ke ashq hi kashti tham kete hai,wah bahut hi badhiya.
विचारणीय रचना!
बहुत खूबसूरत रचना. बहुत बढ़िया..
वाह क्या बात है बहुत बढ़िया
bahut hi marmik rachna.
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6 comments:
ये गम बड़े ही कम काम आते हैं
--बहुत बढ़िया रचना है.
gum ke ashq hi kashti tham kete hai,wah bahut hi badhiya.
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बहुत खूबसूरत रचना. बहुत बढ़िया..
वाह क्या बात है बहुत बढ़िया
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