shri sarveshvar dayaal ji ki kavita padhwaane ke liye aapka dero aabhaar..meri nayee gazal pe aapka sneh aur aashirvaad chahunga.. aajkal aap mere se khafaa hai aisa pratit hota hai..arsh
हमें तो अपनी ही यात्रा से बनेऐसे अनिर्मित पथ ही प्यारे हैं।--स्वाभिमान को बल देती हुई पंक्तियाँ.abhaar.
बहुत आभार इस प्रस्तुति का.
लीक पर वो चलेंजिनके चरण दुर्बलबहुत सुन्दर एवम भाव पुअर्ण अभिव्यक्ति के लिऐ बधाईहे प्रभु यह तेरापन्थमुमबई टाईगर
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4 comments:
shri sarveshvar dayaal ji ki kavita padhwaane ke liye aapka dero aabhaar..
meri nayee gazal pe aapka sneh aur aashirvaad chahunga..
aajkal aap mere se khafaa hai aisa pratit hota hai..
arsh
हमें तो अपनी ही यात्रा से बने
ऐसे अनिर्मित पथ ही प्यारे हैं।
--स्वाभिमान को बल देती हुई पंक्तियाँ.
abhaar.
बहुत आभार इस प्रस्तुति का.
लीक पर वो चलें
जिनके चरण दुर्बल
बहुत सुन्दर एवम भाव पुअर्ण अभिव्यक्ति के लिऐ बधाई
हे प्रभु यह तेरापन्थ
मुमबई टाईगर
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